शुक्रवार, 6 जून 2014

 ह्में भ्रष्टाचार मुक्त भारत चाहिये,

ह्में भ्रष्टाचार मुक्त भारत चाहिये,

नेताओं की मिठी बोली के बजाय कानून का रखवाला चाहिये.
बढ़्ती हुई असहाय अव्यवस्था, अब तो कोई उपाय चाहिये |
                                  फिर भी ह्में भ्रष्टाचार मुक्त भारत चाहिये,

अपना काम पड़े तो देना, टेबल के नीचे से लेना
बताओ कैसे चलेगी दुनिया, यदि चले न लेना-देना |
                                    फिर भी ह्में भ्रष्टाचार मुक्त भारत चाहिये,

सुबह-शाम भ्रष्टाचार का रोएँ रोना, वोटिग़ के दिन सोना,
भूल से वोट देने जाएँ तो जात-पाँत, क्षेत्रवाद में डूबोना |
                                    फिर भी ह्में भ्रष्टाचार मुक्त भारत चाहिये,

पुलिस और ट्रेफिक को दे गाली, प्रशासन को सुनाएँ कहानी ,
खुद के लाड्ले कानून से करें खिलवाड़ तो बच्चों की नादानी |
                                   फिर भी ह्में भ्रष्टाचार मुक्त भारत चाहिये,
 
सता की राह में काँटे हैं,
खूबसूरत स्वप्न जो बाँटे हैं |

मोदीजी का इसमें गूढ़ निहितार्थ है,
वादों को जो करना चरितार्थ है |

सता सुख नहीं विषपान है,
हल्के में लिया तो नादान हैं |

मैं जो कहना था कह चुका,
कांग्रेस का अजेय गढ़ ढह चुका |

अब नया गढ़ने की जिम्मेदारी है,
हुए फेल तो सबका की बारी है |