रविवार, 18 अप्रैल 2021

दोस्ती का मजा

सच कहूं ए दोस्त...
आज भी उतना ही मजा आता है
तुम्हे याद करके. ...

जब हम साथ में हंसते थे, 
मुश्किल में हाथ थामते थे, 
गलती पे डांटते थे, 
एक दूसरे का बेसब्री से 
इंतजार करते थे....

जब हम साथ में होमवर्क करते थे,
गणित के सवाल सुलझाते थे
उलझनों से पार जो पाते थे,
बस्ता लटकाए एक-दूसरे का
इन्तजार करते थे....

एक दूसरे को खोने से 
डरते थे....

पर आज वो डर सच हो गया.....
बिता हुआ जमाना 
आँसू बनके बह गया....!!

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